Noida Twin Tower demolition reason ट्विन टावर क्यू गिराया गया 


नोएडा ट्विन टावर क्यू गिराया गया 
दिल्ली के नोएडा स्थित ट्विन टॉवर जो कि ₹800 करोड़ के खर्च से बनी थी आज उसे 9 सेकंड में धराशाही कर दिया गया। जिसमे 17 करोड़ रूपए का खर्च आया। कुतुब मीनार से बड़े इस ट्विन टावर को 9 सेकंड में गिराया गया। क्या हे इसके पीछे वजह आइए जानते हे इस आर्टिकल के द्वारा।




नोएडा के सेक्टर- 93 स्थित सुपरटेक टविन टावर (supertech twin tower), 28 अगस्त याने आज इसे गिराया जा रहा है 32 मंजिला इस इमारत को गिराने के लिए विस्फोटक का काम भी पूरा हो चुका हे 3700 किलो विस्फोटक बारूद इस इमारत को गिराने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है 
Noida Twin tower demolition
 
 

ट्विन टावर गिराने कि वजह 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार इस इमारत को गिराया जा रहा है क्युकी ट्विन टावर नामक इस इमारत की मालिक सुपरटेक कंपनी हे जिसने इस इमारत को बनाने में सरकार के नियम का उल्लंघन किया था इस ट्विन टावर का निर्माण 2009 में हुआ था और इस इमारत में 950 फ्लैट्स बनाए गए थे बिल्डिंग के नियमों में कुछ बदलाव करने हेतू  2012 में फ्लैट्स खरीदारी में कुछ खरीदार इलाहबाद हाईकोर्ट भी चले गए थे वही कुल 633 लोगो ने फ्लैट्स बुक करवाए थे जिसमे से 245 लोगो के रिफंड हो गए थे वही 252 लोगो ने अब भी फ्लैट्स बुक कर रखे थे साल 2014 में इल्हाबाद हाईकोर्ट ने ट्विन टावर को अवैध घोषित कर दिया था और उसे गिराने के लिए आदेश भी दिए थे वही उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने गिराने के आदेश पर रोक लगाई।
सुप्रीम कोर्ट में करीब 7 साल तक चला यह मामला आखिर 31 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया और इसे गिराने का निर्णय लिया तथा आदेश दिए, परंतु कई कारण की वजह से इसकी तारीख 3 से 4 बार आगे बढ़ाई गई थी


  • ट्विन टावर गिराने में 9 सेकंड का वक्त लगा।
  • ट्विन टावर इमारत को बनाने में कुल 800 करोड़ का खर्च आया था।
  • ट्विन टावर में करीब 950 फ्लैट्स थे। 
  • नोएडा ट्विन टावर का निर्माण कार्य साल 2009 में पुरा हुवा था।
  • ट्विन टावर के निर्माण वक्त अग्नि सुरक्षा और खुले स्थान के मानदंडों का उल्लंघन किया था।
  •  इस ट्विन टावर इमारत को गिराने में 17 करोड़ का खर्च करेगी सुपरटेक बिल्डर।
  •  इस टावर में बने फ्लैट्स की मार्केट वैल्यू 800 से 900 करोड़ थी।
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